भारत के 1913 से 2023 के नोबेल पुरस्कार विजेता, Indian Nobel Laureates

दोस्तों भारत में  अब तक के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किये गए कुछ ही नाम है जिनके बारे में शायद ही कुछ लोगोको उनके बारे में कोई भी जानकरी नहीं है। तो आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको उन सभी Indian Nobel Laureates के बारे में जानकरी देने वाले है।  दोस्तों क्या आपको पता है ,हमारे भारत में 1913 से लेकर 2023 तक कुल मिलाके 9 लोगोको ही Indian Nobel Laureates से सम्मानित किया है। और कोण  है उनके बारे में आज हम पूरी जानकरी लेंगे। 

Indian Nobel Laureates: 1913 से 2023

दोस्तों भारत में कई सरे एक से बड़के एक ज्ञानी विद्वान् लोग है ,लेकिन 1913 से 2023 तक भारत ने 9 Indian Nobel Laureates को देखा है।  इस सम्मान को हासिल करने वाले सबसे पाहिले भारत के महा विद्यावान श्री रवींद्रनाथ टैगोर थे. जिनको भारत में 1913 सबसे उत्कृष्ट कविता के लिए इस Indian Nobel Laureates से सम्मानित किया गया था। 

उनके बाद कई सारे ऐसे नाम है जो मई आज आपको बताने वाला हु , जैसे की सी वी रमन,हर गोविन्द खुराना,मदर टेरेसा,सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर,अमर्त्य सेन,वेंकटरमन रामकृष्णन,कैलाश सत्यार्थी,और अंत में है अभिजीत बनर्जी इन सभी प्रतिष्ठित सम्मान को हासिल करने वाले लोगो के बारे में थोड़ी जानकारी आज इस लेख देखने वाले है। 

Indian Nobel Laureates: 1913 से 2023

Indian Nobel Laureates1913 से 2023
रवींद्रनाथ टैगोर1913
सी वी रमन1930
हर गोविन्द खुराना1968
मदर टेरेसा1979
सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर1983
अमर्त्य सेन1998
वेंकटरमन रामकृष्णन2009
कैलाश सत्यार्थी2014
अभिजीत बनर्जी2019

रवींद्रनाथ टैगोर: Indian Nobel Laureates 1913

दोस्तों रवींद्रनाथ टैगोर को कोण नहीं जनता ,ये वह व्यक्ति है जिन्होंने अपनी असाधारण सबसे उत्कृष्ट कविता के रचते थे।   रवींद्रनाथ टैगोर एक महँ कवी होने के साथ एक महान साहित्यकार भी थे , उनका जन्म 7 मई 1861 को हुवा था  और मृत्यु 07 अगस्त 1941 को हो गयी है।  उनका पेशा एक लेखक, कवि, नाटककार, संगीतकार, चित्रकार जैसा था। रवींद्रनाथ टैगोर उनके बचपन से ही कविता करने का शौक था।  ररवींद्रनाथ टैगोर को 1913 में उनकी काव्यरचना गीतांजलि के लिये साहित्य का नोबेल पुरस्कार सम्मानित किया गया था। 

सी वी रमन: Indian Nobel Laureates 1930

दोस्तों सीवी रमन तिरुचिरापल्ली,मद्रास के रहने वाले थे जिनका जन्म 7 नवंबर 1888 तिरुचिरापल्ली में हुवा था।  जो अभी तमिलनाडु में स्तिथ है , उनका पूरा नाम चन्द्रशेखर वेंकट रमन है।  उनके कई सरे पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है ,जैसे की सोसाइटी के फेलो (1924),माटेउची मेडल (1928),नाइट बैचलर (1930),ह्यूजेस मेडल (1930),भौतिकी में नोबेल पुरस्कार (1930),भारत रत्न (1954),लेनिन शांति पुरस्कार (1957) जैसे कई सारे बड़े बड़े पुरस्कार विजेता रह चुके है।

 सी वि रमन ने 1907 में एस. कृष्णास्वामी अय्यर की बेटी लोकसुंदरी अम्मल से शादी की, जो मद्रास में समुद्री सीमा शुल्क के अधीक्षक थे। यह स्व-निर्धारित विवाह था और उसकी पत्नी 13 वर्ष की थी. उनकी मृत्यु अक्टूबर 1970 के अंत में, रमन को दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुयी थी। 

हर गोविन्द खुराना: Indian Nobel Laureates 1968

दोस्तों हर गोविन्द खुराना एक भारतीय भारतीय बायोकेमीज्ञानी थे जिनका जन्म पंजाब में हुवा था, और वह एक एक भारतीय अमेरिकी जैव रसायनज्ञ थे. जिन्होंने

अणुजैविकी क्षेत्र में कई सरे संसोधन किये थे।  उन्का जन्म भारत के रायपुर (जिला मुल्तान, पंजाब) नामक कस्बे में,9 जनवरी 1922 को हुआ था।  हर गोविन्द खुराना एक प्रोटीन संश्लेषण में न्यूक्लिटाइड की भूमिका का प्रदर्शन करने वाले वह पहले थे।

हर गोविन्द खुराना को स.न 1968 में चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था साथ वे जय सारे सम्मानसे नवाजे गए थे जैसे ,गैर्डनर फाउंडेशन,इंटरनेशनल अवार्ड,लुईसा फाउंडेशन इंटरनेशनल अवार्ड,बेसिक मेडिकल रिसर्च के लिए एल्बर्ट लॉस्कर पुरस्कार,और पद्म विभूषण जैसे विश्वविख्यात पुरस्कारसे सम्मानित है। हर गोविन्द खुराना की मृत्यु नवम्बर 9, 2011 को हो गई थी. तब  89 वर्ष के थे। 

मदर टेरेसा: : Indian Nobel Laureates 1979

दोस्तों मदर टेरेसा को तो हम सब जानते है ,उनका जन्म मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त, 1910 को स्कॉप्जे में हुआ था। जो अब मेसीडोनिया में स्थित है।  मदर टेरेसा एक रोमन केथोलिक नन थी, जो भारत में  1948  में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ले ली थी।  और 1950 को कोलकाता में मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी की स्थापना की जहा उनोने 45 सालों तक गरीब, बीमार, अनाथ और मरते हुए लोगों की इन्होंने मदद की.

 इन्हें1979  में नोबेल शांति पुरस्कार और 1980  में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया। उनकी मृत्यु 5 सितम्बर 1997 को हो गयी तब उनकी आयु  87 साल की थी।

सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर : Indian Nobel Laureates 1983

दोस्तों सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर एक एक भारतीय-अमेरिकी सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी थे. जिन्होंने अपना पेशेवर पूरा जीवन सयुक्त राष्ट्र अमेरिका में गुजारा था। उनको 1983 में पद्म भूषण सम्मान से नवाजा था।  साथ ही उन्हें एफआरएस,एडम्स पुरस्कार ,भौतिकी में नोबेल पुरस्कार ,कोपले मेडल ,राष्ट्रीय विज्ञान पदक,रॉयल मेडल , पुरस्कार ,मार्सेल ग्रॉसमैन पुरस्कार जैसे कई सरे सम्माननीय पुरस्कारसे सम्मानित किया गया है। सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर का जन्म 19 अक्टूबर 1910 को  पंजाब  में हुवा था।  और उनकी मृत्यु 21 अगस्त 1995 (आयु 84 वर्ष) शिकागो, इलिनोइस , यू.एस में हो गयी थी।

अमर्त्य सेन: Indian Nobel Laureates 1998

दोस्तों अमर्त्य सेन उनका जन्म  कोलकाता में शांति निकेतन के कायस्थ परिवार में 3 नवम्बर 1933 को हुआ था।  अमर्त्य सेन अपने कैरियर की शुरुआत  एक शिक्षक के रूप में की थी साथ ही वे  एक अनुसंधान विद्वान के तौर पर अर्थशास्त्र विभाग में थी कार्यरत थे तब वे जादवपुर विश्वविद्यालय में कार्यरत थे। साथ ही उन्होंने 1963 और 1971 के बीच दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर के रूप में भी पढ़ाया है।

 सेन को 1998 में अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार  से सम्मानित किया गया है ,साथ ही उनके पास भारत रत्‍न ,राष्ट्रीय मानविकी मैडल ,राजनीति विज्ञान में जोहान स्काईटे पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।

वेंकटरमन रामकृष्णन: Indian Nobel Laureates 2009

दोस्तों वेंकटरमन रामकृष्णन चिदंबरम, तमिल नाडु, भारत के रहने वाले है जिनका जन्म 1952 को तमिलनाडु के कड्डालोर जिले में स्तिथ चिदंबरम में हुवा था।  उनके माता पिता भी एक  भी वैज्ञानिक थे। इनको २००९ के रसायन विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वेंकटरमन रामकृष्णन यह पुरस्कार कोशिका के अंदर प्रोटीन का निर्माण करने वाले राइबोसोम की कार्यप्रणाली व संरचना के उत्कृष्ट अध्ययन के लिए दिया गया है।

वह एक जैव-रासायन, जैव-भौतिकी एवं कंप्यूटेशनल जीवविज्ञान में कार्य करते है। वेंकटरमन रामकृष्णन कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय,में मेडिकल रिसर्च काउंसिल के मोलीक्यूलर बायोलॉजी लैबोरेट्री में जीव वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत है।

कैलाश सत्यार्थी : Indian Nobel Laureates 2014

दोस्तों कैलाश सत्यार्थी का जन्म भारत में मध्य प्रदेश के विदिशा में 11 जनवरी 1954 को हुवा था। उन्होंने 1980 में बचपन बचाओ आन्दोलन की स्थापना की थी।  कैलाश सत्यार्थी को 2014 में  नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।  साथ ही उन्हें अमेरिका ,US,इटली,नीदरलैण्ड्स,स्पेन जैसे बड़े बड़े देशो में भी कई सरे बड़े सम्मानसे सम्मानित किया गया है। भारत में सबसे पहले “ह्युमेनीटेरियन पुरस्कार’ यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले वे पाहिले भारतीय है, वर्तमान समय  में सत्यार्थी भारत में दिल्ली में रहते है। 

अभिजीत बनर्जी : Indian Nobel Laureates 2019

दोस्तों अभिजीत  विनायक बनर्जी का जन्म 21 फ़रवरी 1961 में भारत में मुंबई शहर में हुवा था ,वे मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैं। अभिजीत विनायक बनर्जी को भारत में 2019 अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। अभिजीत  विनायक बनर्जी  साउथ प्वाइंट हाई स्कूल में पढ़ाई की। उसके बाद उन्होंने 1988 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।

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